रिपोर्ट: मृदुल श्रीवास्तव ‘एडवोकेट’
हरदोई। राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर प्रत्येक दो माह में होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के क्रम में आज जिले में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल तीन लाख छः हजार आठ सौ चार मुकदमों का निपटारा किया गया। इसमें फौजदारी प्रकृति के कुल 16953 मुकदमों का निपटारा किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन करते हुए जिला जज संजीव शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समय में अदालतों में मुकदमों का अम्बार लगा हुआ है ऐसे में वादकारियों को शीघ्र, सस्ता एवं सुलभ न्याय दिलाने के लिए लोक अदालत एक सफल वैकल्पिक मंच साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में मुकदमों का निपटारा होने से दोनों पक्षकारों पर समान रूप से आदेश बाध्यकारी होता है तथा पक्षकारों में आपसी वैमनस्यता सदैव के लिए समाप्त हो जाती है और आपसी भाईचारा कायम होता है।
प्राधिकरण सचिव न्यायाधीश भूपेन्द्र प्रताप ने बताया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला मुख्यालय से लेकर सभी तहसील स्तर तक की अदालतों में आपसी सहमति के आधार पर विभिन्न प्रकृति के कुल 306804 मुकदमों का निपटारा करके कुल 23,38,93,973 रुपए की धनराशि बतौर समझौता नियत की गई।
वाहन दुर्घटना प्रतिकर के 55 मामलों का हुआ निपटारा
मोटर दुर्घटना अधिकरण के पीठासीन अधिकारी न्यायाधीश राजेश कुमार सिंह के विशेष प्रयासों के चलते राष्ट्रीय लोक अदालत में एक साथ पचपन मामलों का निपटारा आपसी सहमति के आधार पर किया गया। इस लोक अदालत में पीड़ित पक्षकारों को 39480000 रुपए की धनराशि बतौर क्षतिपूर्ति भुगतान करने का आदेश दिया गया। इस लोक अदालत में बीमा कंपनी के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप जैन, संजीव दुबे, राजीव मिश्रा, विजयवीरसिंह,राम नरेश, संजीव सिंह, श्रवण दीक्षित, सर्वेश रस्तोगी, विमलेश चन्द्र समेत तमाम अधिवक्ता एवं वादकारी मौजूद रहे।
स्थाई लोक अदालत में भी पांच मुकदमे हुए निस्तारित
स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष आदिल आफताब अहमद , सदस्य जेसन सेन एवं आशा सिंह के सार्थक प्रयासों से पांच मामलों का निपटारा आपसी सहमति के आधार पर करके पीड़ितों को 58,37,000 रुपए की धनराशि बतौर क्षतिपूर्ति भुगतान करने का आदेश दिया गया है। इस लोक अदालत में अधिवक्ता कमलेश कुमार सिंह का विशेष योगदान रहा।