हरदोई
हरदोई रेलवे स्टेशन पर लगातार यात्री सुविधाएं बदहाल है।हालांकि रेल अधिकारी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लाभ दावे करें लेकिन हरदोई में यात्री सुविधा सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। मंडल रेल अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही का दंश हरदोई के रेल यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। हरदोई के रेल यात्री हर सुविधा के लिए मोहताज हैं। रेल अधिकारी हरदोई में यात्री सुविधाओं पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। निरीक्षण के दौरान केवल खाना पूर्ति कर अधिकारी वापस चले जाते हैं। हरदोई रेलवे स्टेशन पर मंगलवार की रात अनारक्षित टिकट को लेने के लिए लंबी कतार देखने को मिली।अनारक्षित टिकट लेने के लिए रेल यात्री सड़क तक लाइन लगाए नजर आए। हरदोई स्टेशन पर लगी ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन भी बंद पड़ी थी। ऐसे में रेल यात्रियों को काफी असुविधा उठानी पड़ी।इस दौरान कई रेल यात्री आपस में झगड़ा करते भी नजर आए जबकि कई रेल यात्रियों ने बिना टिकट ही यात्रा करने का निर्णय लिया जिसके चलते भारतीय रेल के राजस्व को भी नुकसान पहुंचा। हरदोई रेलवे स्टेशन पर कहने को तो अनारक्षित टिकट के तीन काउंटर है लेकिन अधिकांश समय एक ही काउंटर संचालित होता है।
बंद पड़ी रही एटीवीएम मशीन
हरदोई रेलवे स्टेशन पर अनारक्षित टिकट के एक काउंटर संचालित होने का यह कोई पहला या नया मामला नहीं है।इससे पहले भी इस तरह की तस्वीर सामने आ चुकी हैं। हरदोई रेलवे स्टेशन पर तीन अनारक्षित काउंटर बने हुए हैं लेकिन रात में केवल एक ही काउंटर अक्सर संचालित होता मिलता है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर अनारक्षित टिकट के लिए महिलाओं व वृद्धों के लिए कोई अलग से काउंटर नहीं है। एक ही काउंटर पर दिव्यांग बुजुर्ग महिलाओं व आमजन को यात्रा के लिए अनारक्षित टिकट लेना पड़ता है। ऐसे में कई बार महिलाओं के साथ अन्य रेल यात्रियों की झड़प भी होती नजर आ जाती है। मंगलवार रात लगभग 11:00 बजे एक टिकट काउंटर संचालित होने से रेल यात्रियों को भारी असुविधा उठानी पड़ी जबकि मंडल के अधिकारी यात्रियों को हो रही असुविधा से अनजान रहे।मंडल रेल अधिकारी है कि उन्हें रेल यात्रियों को हो रही असुविधा की कोई भी फिक्र नहीं है। रेल अधिकारी सोशल मीडिया पर सिर्फ यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के बड़े-बड़े दावे पर प्रचार प्रसार करते नजर आते हैं। भारतीय रेल में मुरादाबाद मंडल विकास और यात्री सुविधाओं में सबसे ज़्यादा पीछे है।