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भारत पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर को लेकर हरदोई में लोगो ने दी अपनी प्रतिक्रिया, लोग बोलो पीओके पर होने चाहिए था कब्जा

भारत पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर को लेकर हरदोई में लोगो ने दी अपनी प्रतिक्रिया, लोग बोलो पीओके पर होने चाहिए था कब्जा

हरदोई

भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध विराम को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।अचानक भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के निर्णय पर देश दो हिस्सों में बाट दिया।भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद राजनीतिक माहौल भी गर्म हो गया। कुछ राजनीतिक दल के नेताओं ने सीजफायर को सही बताया और कुछ नेताओं ने इसको गलत ठहराया है।राहुल गांधी ने लोकसभा में चर्चा की मांग की जबकि कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसको सही बताया। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए तनाव में पूरा देश एकजुट नजर आया। विपक्ष ने भी सरकार को पाकिस्तान पर जवाब देने में पूरा fake breitling for sale सहयोग किया। विपक्ष के नेताओं ने एक जुटता के साथ पाकिस्तान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ दिया था। सीजफायर पर सरकार के फैसले को लेकर हरदोई में भी लोगों ने इसको लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। सोशल मीडिया पर सीजफायर पर जनपद के लोगो की प्रतिक्रियाएं सामने आई है।जनपद के लोग कहना है कि इस बार सरकार को पाकिस्तान को Omega Replica मुंहतोड़ जवाब देने के साथ ही पाकिस्तान को अपने कब्जे में कर लेना चाहिए था जिससे कि दोबारा भारत के अंदर आतंकी घटना ना हो पाती।लोगों का कहना है कि भारत को पीओके अपने कब्जे में लेना चाहिए जिससे वहां चलने वाले आतंकी गतिविधियों को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता।कुछ लोगों ने कहा कि सीक फायर का फैसला सरकार ने देश हित में लिया है।युद्ध में देश काफी पीछे चला जाता है ऐसे में देश को आर्थिक तौर पर काफी नुकसान उठाना पड़ता और वह नुकसान भी पाकिस्तान जैसे मामूली देश से replica watches uk युद्ध में उठना पड़ता।

समाजसेवी प्रियंका सिंह ने कहा की सीजफायर निश्चित रूप से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है, यह दोनों देशों के लिए शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है…पर सीजफायर को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान की मंशा साफ हो ये जरूरी नहीं पहले भी कई बार ऐसे समझौते हुए है जो पड़ोसी देश द्वारा लंबे समय तक नहीं निभाए गए.. हमें यह देखना होगा कि पड़ोसी देश इस सीजफायर को कितनी गंभीरता से लेता हैं और इसे बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाता हैं। इसके अलावा, यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह सीजफायर वास्तविक शांति की दिशा में एक कदम है या केवल एक अस्थायी राहत है।”भारत सरकार पर विश्वास है कि उसके द्वारा उठाया गया ये कदम देश हित के लिए ही है..भारत सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए भी यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह भविष्य में कैसे लागू होता है और इसके क्या परिणाम निकलते हैं। जय हिंद!

मोहित शर्मा ने कहा की सरकार ने लाखो डॉलर सिर्फ डिफेंस में खर्च कर दिए।सरकार और खर्च करती लेकिन सरकार को पाकिस्तान के साथ सीज फ़ायर नहीं करना चाहिए था और ना ही अमेरिका की दखलअंदाज़ी को मानना चाहिए था।पूरा देश सरकार के साथ था उम्मीद थी की इस बार आतंक का सफाया तो होगा ही पीओके भी भारत के कब्जे में होगा।सीज फ़ायर होने से देश के अधिकांश लोगो के साथ सेना का भी मनोबल टूटा है।सरकार का निर्णय आहत पहुँची है।

विनीता गुप्ता ने कहा की ऑपरेशन सिंदूर सरकार का एक अच्छा ऑपरेशन था।इस ऑपरेशन से पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगो को श्रद्धांजलि दी गई है।देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है।सरकार द्वारा सीज फायर करने से थोड़ी निराशा जरूर हुई है क्युकी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आयेगा।युद्ध की शुरुआत पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर के की थी हमे इंद्र गांधी,रानी लक्ष्मी बाई से इस समय प्रेरणा लेनी चाहिए थी

शारदा शर्मा ने कहा की युद्ध विराम हुआ यह एक अच्छा निर्णय है सरकार है।सरकार को अब पाकिस्तान से होने वाली बातचीत में पीओके की माँग करनी चाहिए और अमेरिका को पीओके दिलाने के लिए कहना चाहिए।भारत इस समय शशक्त देश है।पाकिस्तान जैसा देश भारत के आगे कभी नहीं टिक सकता।सरकार ने देश को सुरक्षित बनाने के लिए जो हथियार खरीदे उसने भारत को दुश्मनों से बचाने में मदद की है

पुष्पेंद्र यादव ने कहा की सीज़फ़ायर भारत को नहीं करना चाहिए था, पाकिस्तान को कारगिल युद्ध की याद दिलाना चाहिए था।भारत हर मामलो में चौथे स्थान पर है हमे यूनाइटेड स्टेट के दबाव में नहीं आना चाहिए था।पाकिस्तान और आतंवादी लगातार हम पर हमला कर रहे थे पुलवामा में हमारे जवान शहीद हुए थे यह मौका था पाकिस्तान और आतंकवादियों के हर हमले का जवाब देने का।अब तक पूरा देश साथ था

मोहित शर्मा

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