समस्या निस्तारण की जिम्मेदारी आगामी कार्यकारिणी पर
हरदोई। जिलाधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में लगवायी गई बैरिकेडिंग एवं अधिवक्ताओं के वाहनों के प्रवेश प्रतिबंध के मुद्दे पर हुई दो दिवसीय हड़ताल आज पहले दिन ही समाप्त हो गई। हालांकि इससे पहले एसोसिएशन का चुनावी कार्यक्रम घोषित होने और चुनावी माहौल होने के कारण इस मुद्दे पर आहूत बैठक हंगामेदार रही और विभिन्न अधिवक्ताओं द्वारा जमकर परस्पर विरोधी विचार व्यक्त किए गए जिनमें चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे प्रत्याशी भी शामिल रहे।
बार एसोसिएशन की प्रातः 11 बजे से शुरू हुई आम सभा की बैठक में अनेक अधिवक्ताओं द्वारा बार एसोसिएशन के स्टीकर लगे वाहनों को कलेक्ट्रेट परिसर में आने की अनुमति दिए जाने की मांग की गई। दूसरी ओर अधिवक्ता रमेश सिंह सोमवंशी ने इस मुद्दे पर दिए गए प्रार्थना पत्र को ही प्रायोजित बता दिया। अधिवक्ता अंकुर गुप्ता ने कहा जिस तरह आवश्यकता होने पर दीवानी न्यायालय गेट खुलने की अनुमति है उसी तरह की व्यवस्था कलेक्ट्रेट परिसर में भी होनी चाहिए। अधिवक्ता सचिन सिंह ने विरोधाभासी विचार आने पर इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि सदन का हित सर्वोपरि होना चाहिए। हालांकि बैठक का संचालन कर रहे एसोसिएशन के महामंत्री महेंद्र प्रताप सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि बैठक में सभी को अपने विचार रखने की स्वतंत्रता है और इसे विवाद का विषय नही बनाना चाहिए। एसोसिएशन के अध्यक्ष के डी शुक्ला ने अपने सम्बोधन में कतिपय अधिवक्ताओं द्वारा उनके वाहनों पर स्टीकर न लगवाने पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि इस व्यवस्था को पूरे अधिवक्ता समाज के हित में लागू किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर पुनः जिलाधिकारी से वार्ता कर समस्या का समुचित समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि बाद में अधिवक्ता प्रतिनिधि मंडल के जिलाधिकारी से मिलने के बाद उनसे हुई वार्ता और पार्किंग सहित अन्य मुद्दों पर विचार किए जाने के आधार पर एसोसिएशन की हड़ताल को वापस ले लिया गया और इस तरह इस पूरे प्रकरण पर गेंद आगामी चुनाव के बाद गठित होने वाली नई कार्यकारिणी के पाले में डाल दी गई।