हरपालपुर विकास खण्ड के 44 बेसिक स्कूल बंद
हरदोई।क्षेत्र की गंगा व रामगंगा के जलस्तर में गिरावट के बाद रविवार की सुबह नरौरा बांध से 71077 क्यूसेक,बिजनौर बांध से 51563 क्यूसेक, हरिद्वार बांध से 52871 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया।हालांकि गंगा और रामगंगा नदियों में दो दिनों से जलस्तर में गिरावट के चलते लोगो ने कुछ राहत की सांस ली थी।लेकिन बांधो से लगातार पानी छोड़े जाने से लोग बाढ़ की संभावना को लेकर लोग भयभीत है।उधर अरवल इलाके में पशु चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग की दो दो टीमें लगातार सक्रिय है। यही नही बाढ़ की बजह से 44 परिषदीय स्कूलों को भी बंद किया जा चुका है।बाढ़ की बजह से क़ई विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने से विद्युत आपूर्ति भी मिलना मुश्किल हो गया है। बाढ़ ग्रस्त इलाके के तीन फीडरों के 113 गांवो की आपूर्ति पहले ही बंद कर दी गयी थी।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र की गंगा ,रामगंगा व गम्भीरी नदियों के जलस्तर में दो दिनों से गिरावट होने पर लोगो ने राहत की सांस ली थी।लेकिन रविवार की सुबह नरौरा बांध से गंगा नदी में 71077 क्यूसेक, बिजनौर बैराज से 51563 क्यूसेक, हरिद्वार बांध से 52871 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद इलाके के लोगो को।एक बार फिर बाढ़ बढ़ने का खतरा महसूस होने लगा है। बांधो से और पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ की संभावना को लेकर लोगो मे फिर भय व्याप्त हो गया है।अरवल व हरपालपुर इलाके की रामगंगा नदी के किनारे खड़ी सैकड़ो हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गयी।जबकि नदियों के तटवर्ती इलाके के सैकङो गांवो में पानी भरा हुआ है।यहां पशुओं के लिए हरा चारा पूरी तरह नष्ट हो गया।लोगो ने पशुओं सहित गांव के बाहर सड़को पर अपना आशियाना बना लिया है।यही नही क़ई बेसिक स्कूलों में पानी भर जाने से हरपालपुर विकास खण्ड के 44 परिषदीय स्कूल बंद कर दिए गए थे जिनमें 15 उच्च प्राथमिक व 27 प्राथमिक तथा 02 कम्पोजिट विद्यालय शामिल है।बाढ़ की बजह से अरवल इलाके में क़ई विद्युत पोल छतिग्रस्त हो जाने से विद्युत आपूर्ति ठप है।जबकि बाढ़ के मद्देनजर पलिया उपकेंद्र के तीन फीडरों से 113 गांवो को मिलने बाली आपूर्ति पहले ही बंद कर दी गयी थी।अरवल, बेहटा मुड़िया व दहेलिया गांव में स्वास्थ्य व पशु चिकित्सा विभाग की टीमें लगातार सक्रिय रहकर लोगो को दवाएं वितरित कर रही है।एसडीएम संजय अग्रहरि ने बताया कि किसी भी बाढ़ ग्रस्त गांव के बाढ़ पीड़ितों को कोई समस्या नही होने दी जाएगी।उनहोने बताया कि राजस्व टीम क्षेत्र में रहकर लगातार बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री व भोजन उपलब्ध करा रही है।उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत चौकियां भी सक्रिय है पशुओं के लिए भूसे आदि की व्यवस्था के लिए पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया है।क्षेत्र में स्वास्थ्य टीमें लगातार काम कर रही है।यही नही एक यूनिट एसडीआरएफ टीम भी क्षेत्र में तैनात है जो सक्रिय रहकर लोगो को बाढ़ से बचाव का काम करेगी।तहसील प्रशासन बाढ़ ग्रस्त इलाके में पूरी तरह सक्रिय रहकर लोगो से सतर्कता बरतने के साथ साथ सावधान रहने की अपील भी कर रहा है। एसडीएम संजय अग्रहरि खुद राजस्व टीम के साथ लगातार बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पहुंचकर स्थित व समस्याओं का जायजा ले रहे है।बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगों को तहसील प्रशासन जरूरत मंद सामग्री व खाद्यान्न किट पहुंचा रहा है।स्वास्थ्य विभाग की टीम भी बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगो के उपचार हेतु दवाएं उपलब्ध करा रही है।एसडीएम ने बताया कि राजस्व टीम को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहकर लोगो की मदद का निर्देश दिया गया है।प्रशासन हर सम्भव मदद का प्रयास कर रहा है।