रिपोर्ट : अंकुर पाण्डेय
हमीरपुर : रविवार देर रात घर में बनाए गए दलिया और समोसे खाने से एक ही परिवार के पांच बच्चों समेत सात लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। जिससे उनकी हालत नाजुक हो गई। जिन्हें आनन-फानन में छानी सीएचसी में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां से दो बच्चों की हालत गंभीर होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया है।
कलौलीजार गांव निवासी नवल की पत्नी गोमती ने बताया कि उसकी बड़ी बहन विनीता ने रविवार शाम को घर में समोसे बनाए थे। दलिया भी बना था। समोसे के लिए गांव की दुकान से मसाला खरीदा था। दो दिन पूर्व लाए गए रिफाइंड तेल में समोसे तले गए थे। शाम को सभी लोगों ने दलिया के साथ-साथ समोसा भी खाए थे। देर रात करीब 11 बजे के आसपास अचानक से सभी को उल्टी-दस्त शुरू हो गए। देखते ही ही देखते घर के सात सदस्यों की हालत बिगड़ गई। देर रात सभी को एंबुलेंस में लादकर छानी सीएचसी लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने वालों में 35 वर्षीय विनीता पत्नी बृजकिशोर, इसका नौ वर्षीय पुत्र प्रिंस, पांच वर्षीय पुत्र निखिल, महेश की 10 वर्षीय पुत्री राधिका, नौ वर्षीय पुत्र अमन, 50 वर्षीय सरमन पत्नी रामआसरे और नवल की पांच वर्षीय पुत्री बेबी है। इन सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। बेबी और निखिल को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है। सोमवार सुबह एसडीएम सदर पवन प्रकाश पाठक ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल लिया। इसके बाद एसडीएम और मुख्य अभिहित अधिकारी रामअवतार सिंह ने कलौलीजार गांव पहुंचकर एक परचून की दुकान से मैदा, मसाले और तेल का नमूना लेकर जांच को भेजा है।