हरदोई। शायर कामिल अमान ने दुबई के अंदर न सिर्फ पिहानी की पहचान कराई बल्कि साबित कर दिया कि सारी दुनिया में हिंदुस्तान ही एक ऐसा मुल्क है जहां उर्दू अदब की अपनी अलग पहचान है। दुबई से वापस घर लौटे शायर कामिल अमान से मिलने वालों तांता लगा हुआ है लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।
पिहानी कस्बे के मोहल्ला उत्तरी मिश्राना के कामिल अमान का नाम मुल्क के मशहूर शायरों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है। कामिल अमान ने हाल ही में 28 सितंबर को दुबई में हुए एक बड़े मुशायरे में शिरकत कर पिहानी को एक अलग पहचान दिलाई। कामिल अमान ने इतनी कम उम्र में जो मुकाम हासिल किया,उसे हासिल करने में सदियां गुज़र जाती है। उन्होनें अपनी काबिलीयत के बूते जो कर दिखाया,उससे पूरी पिहानी जश्न ऐसा नज़र आ रहा है। उन्होनें छोटे-छोटे प्रोग्रामों से शुरुआत की और उनकी शायरी और उनकी आवाज़ लोगों के दिलो-दिमाग पर असर कर गई। माना जा रहा है कि अब कामिल अमान की हिंदुस्तान के मकबूल व मशहूर शायरों में गिनती होने लगी। दुबई का मुशायरा उनकी बुलंदी की शुरुआत है। वहां से वापस लौटे शायर कामिल अमान से मिलने के लिए उनके घर पर लोगों की कतार लगी हुई है।