हरदोई नगर पालिका बीते कई दिनों से सुर्खियों में है। नगर पालिका क्षेत्र में जल भराव और नाले नालियों की साफ सफाई के दावे भी बरसात में विफल साबित हुए हैं। बरसात से पहले उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी नगर पालिका और नगर निकायों को नालों की साफ सफाई करने के निर्देश दिए थे। हालांकि हरदोई में नगर पालिका द्वारा नाले नालियो की साफ सफाई नहीं कराई गई थी। जिसका असर शहर की प्रमुख सड़कों पर देखने को भी मिला। आज भी जरा सी बारिश में शहर की सड़कों पर जल भराव की स्थिति देखने को मिल जाती है जबकि नगर पालिका हरदोई के अंतर्गत आने वाले वार्डों की हालात बदहाल है। कागजों में तो विकास कार्य तेजी से दौड़ रहा है लेकिन धरातल पर यह विकास नजर नहीं आ रहा है। कागजों पर विकास इतना है कि अब जिलाधिकारी को इसकी जांच करानी पड़ रही है। कागजों पर लाखों करोड़ों रुपए का विकास हो गया लेकिन धरातल पर यह विकास नजर नहीं आ रहा है। शहर के अधिकांश वार्ड की गलियां बीते कई वर्षों से अपनी बदहाली के आंसू बहा रही है जबकि नालियां भी क्षतिग्रस्त है।नालियों में पानी का जल भराव है हरदोई नगर पालिका क्षेत्र की दुर्दशा को देखते हुए अब जिलाधिकारी ने एक पहल की है जिलाधिकारी की ओर से प्रशासनिक अधिकारियों को वार्डों के निरीक्षण का जिम्मा सौंप दिया गया है।जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी अब वार्डों में साफ सफाई का निरीक्षण कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे।
वार्ड 23 में वर्षों से नहीं हुआ काम, टूटी सड़के लोगो की राह में बन रही रोड़ा
नाले नालियों की सफाई के लिए नगर पालिका ने बिना टेंडर के ही पिछले वर्ष में चयनित फ़र्म को 11 लाख का भुगतान कर दिया।हक़ीक़त यह है की शहर के मोहल्ले और मार्गो के साथ सरकारी कार्यालय परिसरों में बरसात होने पर जल भराव देखने को मिला। नगर पालिका के अंतर्गत आने वाला वार्ड 23 नगर विकास बैंक के पीछे वाला वार्ड वर्षों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। 5 वर्ष से अधिक के कार्यकाल में ना ही नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्रा ने वार्ड के जीर्णोद्धार का बीड़ा उठाया और ना ही वार्ड के सभासद सुधीर गुप्ता ने वार्ड की दुश्वारियां को समझा।वार्ड संख्या 23 में बारिश में गली में जल भराव हो जाता है उबड़ खाबड़ गली में जल भराव बना रहता है। नालियां क्षतिग्रस्त है जिसके चलते नालियों का पानी भी लोगों के घरों में पहुंचता है इसके साथ ही नाली का बहाव ना होने से नाली में जल भराव की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में इस वार्ड के लोगों को डेंगू मलेरिया जैसी बीमारी का खतरा लगातार बना रहता है।कई बार चुनाव में एक जनप्रतिनिधियों से वार्ड के लोगों ने समस्याओं को बताया लेकिन किसी ने भी इस बाबात ध्यान नहीं दिया।हरदोई में अब वार्डों की दशा को देखने के लिए जिलाधिकारी ने नगर पालिका परिषद के 26 वार्डों के निरीक्षण की जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी है। जिलाधिकारी की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट एसके त्रिवेदी को 6 वार्ड,सदर एसडीएम एसके मिश्रा, तहसील सदर की एसडीएम न्यायिक तान्या सिंह, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रथम विनोद कुमार और सहायक महानिदेशक निबंध प्रवीण कुमार यादव को पांच-पांच वार्ड आवंटित किए गए हैं
।जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों और बजट खर्च होने के बाद भी शहर में होने वाले जल भराव गंदगी और कर्मचारियों की ड्यूटी के सत्यापन के लिए पांच अधिकारियों को नामित किया गया है।अधिकारी प्रतिदिन वार्डो का निरीक्षण करेंगे कर्मचारियों की हाजिरी जानते हुए आख्या प्राप्त करेंगे।आख्या के आधार पर जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।