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दस दिवसीय माटीकला मेला का उद्घाटन मंत्री राकेश सचान ने किया

दस दिवसीय माटीकला मेला का उद्घाटन मंत्री राकेश सचान ने किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड की ओर से दीपावली के अवसर पर डालीबाग स्थित खादी भवन में दस दिवसीय माटीकला मेला का उद्घाटन खादी एवं ग्रामोद्योग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री राकेश सचान ने किया। इस मेले में प्रदेश के विभिन्न जिलों से शिल्पकारों एवं कारीगरों ने अपनी कला को प्रदर्शित करते स्टॉल लगाये हैं। वहीं माटीकला बोर्ड की तरफ से इन कारीगरों को निःशुल्क स्टाल आवंटित भी किया गया है। बता दें कि इस माटीकला प्रदर्शनी में माटीकला से संबंधित सभी प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं। राकेश सचान कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदर्शनी में माटीकला व्यवसाय में उपयोग होने वाली तमाम तरह के मूर्ति और रोज उपयोगी सामानों का स्टॉल लगाए कलाकारों से बात की तो उन्होने बताया कि माटीकला से बने उत्पाद लोगों को काफी पसंद आ रहे है। उनकी अच्छी बिक्री भी हो रही है। इस प्रदर्शनी की खास बात यह है कि इसमें सारे उत्पाद हैंडीक्राफ्ट है। जो बिना मशीन के हाथों से बनाए गए हैं। माटी कला मेले में खासकर गोरखपुर के टेरोकोटा, आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी और खुर्जा के मिट्टी के कुकर और कड़ाही के साथ आगरा, लखनऊ, कुशीनगर, मीरजापुर, चंदौली, उन्नाव, बलिया, कानपुर, पीलीभीत, इलाहाबाद, वाराणसी, बादां और अयोध्या के मिट्टी के बने खास उत्पाद अपने पूरें रेंज में उपलब्ध होंगे। दीवाली के पहले हो रहे इस मेले में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां और डिजायनर दीये खास आकर्षण होंगे। वह भी अपनी विशिष्ट शिल्प व परंपरा के अनुसार बने हुए। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कहा कि मिट्टी के उत्पाद तैयार करने के पेशे से जुड़े परंपरागत लोगों का जीवन बेहतर हो, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा रही है। उनके निर्देश और मार्गदर्शन के क्रम में माटी कला बोर्ड लगातार इनकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने, गुणवत्ता में इनको बेहतर बनाकर बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए इस साल हर जिले में 8 इंच की स्टैंडर्ड साइज के लक्ष्मी-गणेश की मास्टर डाइयां उपलब्ध कराई गईं हैं। समूह में इनसे मूर्तियां बनाई जा सकेंगी। साथ ही जरूरत के अनुसार इनसे डुप्लीकेट डाइयां बनाकर उत्पादन को उसी गुणवत्ता के साथ बढ़ाया जा सकता है। पिछले साल सिर्फ 37 जिलों को ही ये डाइयां उपलब्ध कराई गईं थी। इस तरह की डाइयां खादी बोर्ड के लखनऊ, मऊ, इलाहाबाद, आजमगढ़, बस्ती, जालौन, नजीमाबाद, मथुरा, शाहजहांपुर और गोरखपुर स्थित प्रशिक्षण केंद्रों को भी उपलब्ध कराई गईं हैं।

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