अराजकतत्वों द्वारा लगातार स्वास्थ्य महकमें को अपना निशाना बनाया जाता रहता है। लगातार डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हो रही मारपीट को लेकर स्वास्थ्य महकमा कई बार हड़ताल पर भी जा चुका है। स्वास्थ्य महकमे द्वारा सुरक्षा को लेकर मांग शासन प्रशासन से की है लेकिन डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार जरा भी चिंतित नहीं है। हरदोई में एक बार फिर स्वास्थ्य कर्मियों व डॉक्टर के साथ अभद्रता व मारपीट का मामला सामने आया है जहां कुछ अराजकतत्वों द्वारा डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अभद्रता की गई व उनके साथ मारपीट भी की गई। स्वास्थ्य कर्मियों व डॉक्टर के साथ हुई मारपीट के बाद से स्वास्थ्य कर्मी व डॉक्टर हड़ताल पर हैं।
डॉक्टर बोले मिले सुरक्षा तभी होगा कार्य
हरदोई के 100 बेड अस्पताल में डॉक्टर सोमवार की शाम से हड़ताल पर हैं डॉक्टर की मांग है कि उनको अस्पताल में सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। आए दिन डॉक्टर के साथ मारपीट व भद्रता के मामले सामने आते रहते हैं। सोमवार की शाम को भी कुछ अराजकतत्वों द्वारा डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की गई है। इसी से नाराज डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों की मांग है कि जब तक अराजकतत्वों को गिरफ्तार कर कार्यवाही नहीं होती है तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे। डॉक्टर की मांग है कि उनको अस्पताल में कार्य करते समय सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। डॉक्टर के साथ मारपीट के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए विशेष कानून बनाया जाए जिससे कि डॉक्टर निर्भीक होकर अपना कार्य कर सकें।स्वास्थकर्मियों और डॉक्टर के साथ हुई मारपीट के बाद से स्वास्थ्य कर्मियों में रोज व्याप्त है। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है की बीती शाम हुई मारपीट व अभद्रता के मामले में पुलिस ने भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने है फिर भी पुलिस कार्यवाही करने से बच रही है। डॉक्टर का कहना है कि पुलिस तहरीर की मांग कर रही है जबकि अराजकतत्वों द्वारा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया था। ऐसे में पुलिस को तत्पर कार्यवाही करनी चाहिए थी।
यह था मामला
डॉक्टर व स्वास्थ कर्मियों के साथ सोमवार की शाम को हुई मारपीट के बाद से डॉक्टर हड़ताल पर हैं जिसके चलते इमरजेंसी का कार्य पूरी तरीके से ठप हो गया है। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हरदोई जिला अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में लोग इमरजेंसी में आते हैं। जनपद में सबसे ज्यादा एक्सीडेंटल मामलों के मरीज इमरजेंसी में पहुंचते हैं। ऐसे में डॉक्टरों व स्वास्थकर्मियों के हड़ताल पर होने से कामकाज पूरी तरीके से प्रभावित हुआ है। दरअसल सोमवार की शाम को कोतवाली देहात के नया गांव मुबारकपुर के रहने वाले 60 वर्षीय संतोष त्रिपाठी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टर विनोद साहनी ने इलाज किया और फिर मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी।डॉक्टर की सलाह पर संतोष त्रिपाठी के परिजनों ने कोई ध्यान नहीं दिया जिसके चलते संतोष त्रिपाठी के मौत हो गई।पिता की मौत को लेकर उनके पुत्र आलोक त्रिपाठी ने फोन करके अपने 15 से 20 साथियों को बुला लिया। फोन करके बुलाए गए युवकों ने डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ जमकर अभद्रता व मारपीट की। अराजकतत्वों द्वारा डॉक्टरों को जान माल की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।