हरदोई- भारतीय रेल भारत के लोगों की लाइफ लाइन है।प्रतिदिन भारतीय रेल से लाखों की संख्या में यात्री यात्रा करते हैं।भीषण गर्मी में एक और जहां भारतीय रेल लगातार यात्री सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे सोशल मीडिया पर कर रही है वहीं हरदोई रेलवे स्टेशन पर भारतीय रेल के कई दावों की पोल खुलतीं हुई नजर आ रही है।हावड़ा से चलकर योग नगरी ऋषिकेश जाने वाली 13009 एक्सप्रेस में रेलवे ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिखाया कि यात्री परेशान हो उठे। मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे का यह कारनामा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी कई बार यात्रियों के साथ इस प्रकार के मामले घटित हो चुके हैं लेकिन उसके बाद भी जिम्मेदार गलती सुधारने को राजी नहीं है। कई बार रेल प्रशासन की गलती के चलते यात्रियों को अपनी ट्रेन तक छोड़नी पड़ी है। इसके बाद एक बार फिर भारतीय रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है जिसके चलते गर्मी में रेल यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा है।एक और जनपद में जहां 45 डिग्री तापमान पहुंच चुका है वही रेल प्रशासन यात्रियों के और पसीना छुड़ाने में लगा हुआ है।रेल प्रशासन की कारगुजारी से यात्रियों को जहां यात्रा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है वहीं आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
पहले भी कई मामले आ चुके है सामने
हरदोई रेलवे स्टेशन पर सोमवार को रात लगभग 7:54 बजे हावड़ा से चलकर योग नगरी जाने वाली 13009 दून एक्सप्रेस के आने का समय है। इससे पहले हरदोई से हरिद्वार की यात्रा करने के लिए रेल यात्री जितेंद्र तिवारी अपनी पत्नी व एक छोटी बच्ची के साथ हरदोई रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। जितेंद्र तिवारी ने 13009 दून एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास में तत्काल में अपना आरक्षण कराया था जिसके लिए उन्होंने अधिक रुपए भी रेलवे को भुगतान किया था लेकिन जब जितेंद्र स्टेशन पहुंचे तब उन्हें पता चला की 13009 में जिस कोच में उनका आरक्षण हुआ है वह कोच ही ट्रेन में नहीं लगता है।दरअसल आरक्षण प्रणाली में तत्काल का टिकट रेल प्रशासन की ओर से एस-10 में बुक किया गया था जबकि वास्तविकता यह है की दून एक्सप्रेस में एस-10 लगता ही नहीं है। ऐसे में रेल यात्री जितेंद्र ख़ासा परेशान नजर आए। जितेंद्र द्वारा सहयोग केंद्र पर जाकर भी इस बाबत जानकारी ली गई लेकिन वहां से भी एस-10 कोच के विषय में कोई सही जानकारी नहीं मिल सकी। हालांकि पूछताछ केंद्र पर बैठी महिला रेल कर्मचारियों ने जितेंद्र को ट्रेन में बैठ जाने की सलाह देते हुए टीटीई से मिलने की बात कही। ट्रेन में कोच नहीं लगा होने को लेकर संचय बने रहने से रेल यात्री जितेंद्र खासा परेशान नजर आए। इस बाबत जब जानकारी की गई तो पता चला कि इस प्रकार के कई बार मामले और भी सामने आ चुके हैं।कई बार तो यात्रियों को अपनी ट्रेन तक छोड़नी पड़ गई है। दरअसल जो यात्री समय से पहले पहुंचते हैं और जब ट्रेन आती है तो उसमें जब एस-10 कोच लगा नहीं होता तो उनके मन में संख्या हो जाता है और जब तक ट्रेन आगे की ओर रवाना हो जाती है। ऐसे में अब तक कई यात्रियों की ट्रेन छूट चुकी हैं। रेल प्रशासन द्वारा अब तक अपनी इस खामी को सही नहीं किया गया है जिसका खामियाजा अधिक रुपए देकर तत्काल टिकट बुक करने वाले व सामान्य आरक्षण कराने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। आपको बताते चले कि हरदोई में दून एक्सप्रेस समेत अधिकांश ट्रेनों का ठहराव 1 से 2 मिनट का ही है ऐसे में यात्रियों को कोच ढूंढने में काफी सुविधा होती है जबकि दून एक्सप्रेस में एस-10 लगा ही नहीं होता है।