हरदोई
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने सहरसा से चलकर अमृतसर जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस में अपने दो वर्ष के बच्चे को तेज बुखार की शिकायत की जिसका संज्ञान लेते हुए मंडल रेल कार्यालय मुरादाबाद हरकत में आ गया और कार्यवाही शुरू कर दी। डीआरएम कार्यालय की ओर से ट्रेन के लखनऊ मंडल में संचालित होने पर डीआरएम लखनऊ से मामले को देखने को कहा लेकिन लखनऊ में गरीब रथ एक्सप्रेस से यात्रा करें बच्चे को मदद नहीं मिल सकी जिसके बाद एक बार फिर सोशल मीडिया पर मदद की मांग हुई उस समय गरीब रथ एक्सप्रेस मुरादाबाद मंडल के अंतर्गत संचालित की जा रही थी। मंडल रेल कार्यालय मुरादाबाद की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए बालामऊ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को स्पेशल ठहराव दिया गया और डॉक्टर से ट्रेन को अटेंड करने के निर्देश दिए गए। हालांकि डॉक्टर के पहुंचने पर बुखार से ग्रसित बच्चे के अभिभावक ने दवाई लेने से इनकार कर दिया। अभिभावकों ने डॉक्टर को एक स्पेशल दवाई की मांग की जिस पर डॉक्टर ने बिना प्रिस्क्रिप्शन के किसी भी दवाई को उपलब्ध कराने से मना किया हालांकि डॉक्टर द्वारा बुखार से ग्रसित बच्चे के अभिभावकों को एंबुलेंस उपलब्ध कराने का भी सुझाव दिया जिसे अभिभावकों ने मना कर दिया।सहरसा से चलकर अमृतसर जा रही 12203 गरीब रथ एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 4 घंटा 55 मिनट की देरी से सुबह 11:00 लखनऊ रेलवे स्टेशन से हरदोई के लिए रवाना हुई जिसके बाद गरीब रथ एक्सप्रेस को बालामऊ जंक्शन पर स्पेशल ठहराव दिया गया। बालामऊ जंक्शन पर गरीब रथ एक्सप्रेस दोपहर 12:10 मिनट पर पहुंची जहां बुखार से ग्रसित बच्चे को देखने के लिए रेलवे के डॉक्टर राकेश उपस्थित थे। डॉ राकेश के गरीब रथ एक्सप्रेस के कोच संख्या G10 की सीट संख्या 63 पर मौजूद रेल यात्री से बात की और दवा उपलब्ध कराई जिस पर रेल यात्री ने डॉ राकेश द्वारा दी जाने वाली दवा को लेने से इनकार कर दिया और स्पेशल दवाई की मांग की जिस पर रेलवे की ओर से बताया गया कि डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना दवाई देना संभव नहीं है।ग़रीब रथ एक्सप्रेस से मुजफ्फरपुर से अमृतसर के लिए बच्चे को लेकर चार रेल यात्री यात्रा कर रहे थे।