खिलाड़ी चाहे कोई भी हो अगर लंबा चलता है तो रिकॉर्ड जरूर बनता है।ऐसे ही कुछ हरदोई की लोकसभा चुनाव में देखने को मिला।अपनी राजनीतिक पारी के खिलाड़ी जयप्रकाश रावत ने लोकसभा चुनाव 2024 में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। जयप्रकाश रावत के रिकॉर्ड से हरदोई को भी उम्मीदें जग गई है। हरदोई क्षेत्र के जनता को उम्मीद है कि जो अब तक नहीं हुआ वह इस लोकसभा चुनाव के बाद संभव हो सकता है।राजनीति के धुरंधर जयप्रकाश रावत का यह सातवां चुनाव था जबकि हरदोई से ही जयप्रकाश रावत का यह पांचवा चुनाव है।जयप्रकाश ने हरदोई से चुनाव लड़ने के साथ ही जीत का एक नया रिकॉर्ड बना लिया है।भाजपा सांसद जयप्रकाश रावत ने पांच बार जीत हासिल करने का रिकॉर्ड बना लिया है। साथ ही उत्तर प्रदेश से सबसे वरिष्ठ सांसद होने का कीर्तिमान भी प्राप्त किया है। जयप्रकाश रावत से पहले भाजपा से ही बरेली आने वाले संतोष गंगवार सबसे वरिष्ठ सांसद के तौर पर जाने जाते थे लेकिन इस बार उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया ऐसे में इस बार संतोष गंगवार संसद भवन उत्तर प्रदेश से नहीं पहुंच पाएंगे वहीं दूसरे नंबर पर सुल्तानपुर से सांसद रही मेनका गांधी थी जिन्हें इस बार सुल्तानपुर के लोगों ने नापसंद कर दिया। सुल्तानपुर से इस लोकसभा चुनाव में मेनका गांधी को हार का सामना करना पड़ा जिसके चलते इस बार मेनका गांधी भी दिल्ली की संसद तक का सफर तय नहीं कर पाई। तीसरा नंबर पर हरदोई से भाजपा प्रत्याशी और सांसद जयप्रकाश रावत थे जिन्हें हरदोई की जनता ने अपना प्यार और समर्थन देखकर लोकसभा पहुँचाया है।ऐसे में जयप्रकाश रावत उत्तर प्रदेश से दिल्ली पहुंचने वाले सबसे वरिष्ठ सांसद हैं।
2019 में की थी किंदरलाल के रिकॉर्ड की बराबरी
सांसद जयप्रकाश रावत 2019 में भी हरदोई से भाजपा के चुनाव निशान पर लोकसभा चुनाव जीत कर दिल्ली पहुंचे थे ।जयप्रकाश रावत ने हरदोई के पूर्व सांसद के किंदर लाल के रिकॉर्ड की बराबरी की थी।किंदर लाल हरदोई से चार बार लगातार सांसद रहे थे वहीं जयप्रकाश रावत भी हरदोई से 2019 का चुनाव जीतने के बाद चार बार सांसद बने थे। यह लोकसभा का चुनाव सांसद जयप्रकाश के लिए कई मायनों में बड़ा ही हम था साथ ही सांसद बनने के बाद एक नया कीर्तिमान जयप्रकाश के नाम दर्ज होने वाला था।2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के साथ जयप्रकाश रावत ने पूर्व सांसद के किंदर लाल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए हरदोई लोकसभा से पांचवीं बार सांसद बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया हैं।पूर्व सांसद किंदर लाल की बात की जाए तो उनके द्वारा 1962, 1967, 1971 और 1984 का चुनाव हरदोई सीट से लड़ा था और जीते भी थे जिसके बाद हरदोई लोकसभा से जयप्रकाश रावत ने अपना पहला चुनाव 1991 में भाजपा के टिकट पर दूसरा चुनाव 1996 में भी भाजपा के टिकट पर लड़ा और जीता था जिसके बाद 1998 के चुनाव में वह सपा प्रत्याशी उषा वर्मा से हार गए थे लेकिन 1999 के चुनाव में भाजपा लोकतांत्रिक कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी के रूप में वह फिर से हरदोई से जीते थे। वर्ष 2004 में वह सपा के टिकट पर मोहनलालगंज से सांसद चुने गए थे। वर्ष 2009 में बसपा के टिकट पर वह राज्यसभा भी पहुंचे इसके बाद 2019 में एक बार फिर जयप्रकाश रावत द्वारा हरदोई का रुख किया और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने सांसद जयप्रकाश रावत पर भरोसा जाता आते हुए लोकसभा चुनाव 2024 का उन्हें प्रत्याशी बनाया।इस बार मुकाबला काफी कड़ा था लेकिन हरदोई के क़द्दावर नेता नरेश अग्रवाल के सहारे जयप्रकाश रावत ने अपने जीत का रिकॉर्ड कायम किया।नया रिकॉर्ड बनने के साथ ही उतर प्रदेश के वरिष्ठ सांसद होने पर हरदोई के लोगो को इस बार केंद्रीय मंत्री बनने की उम्मीद है।अब तक केंद्र में हरदोई लोकसभा से कोई भी मंत्री नहीं बना है।हरदोई लोकसभा से कई सांसद दिल्ली पहुँचे जो सरकार का हिस्सा भी रहें लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण की किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया।