हरदोई
उत्तर प्रदेश में प्रत्येक वर्ष पर्यावरण को हरा भरा बनाए रखने के लिए पौधा रोपण का कार्यक्रम वृहद स्तर पर किया जाता है। लगातार प्रदेश में हो रहे विकास के चलते हरे पेड़ों पर आरा चल रहा है। उसी को देखते हुए शासन द्वारा पेड़ों की कमी को पूरा करने के लिए प्रत्येक वर्ष पौधारोपण का कार्यक्रम किया जा रहा है। लेकिन एक ओर जहां पौधारोपण का कार्यक्रम बड़े स्तर पर संपन्न होता है वहीं उसके बाद इन पौधों की देखरेख न होने से अधिकांश पौधे मुरझा जाते हैं। ऐसे में शासन की ओर से पौधारोपण कार्यक्रम के मंसूबों पर पलीता लग जाता है।हरदोई जनपद में भी वृहद स्तर पर 20 जुलाई को पौधारोपण कार्यक्रम हुआ जहां जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक के साथ जनपद के तमाम अधिकारियों ने एक-एक पौधा लगाया वहीं हरदोई सदस्य विधायक नितिन अग्रवाल ने भी एक पौधा मां के नाम क्या अभियान में सम्मिलित होकर पौधे को लगाया।
78 लाख पौधे हुए थे रोपित
हरदोई के अंबेडकर पार्क, कंपनी गार्डन समेत कई महत्वपूर्ण स्थान पर यह पौधारोपण का कार्य हुआ था।वन विभाग की ओर से आम अमरूद जामुन महुआ पीपल जैसे फलदार और छायादार वृक्षों के पौधे को आरोपित किया गया था। लेकिन बारिश न होने और जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते इनमें से अधिकांश पौधे सूखने की कगार पर आ गए हैं। प्रत्येक वर्ष पौधारोपण अभियान तो जोर- शोर से होता है लेकिन उसके बाद उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं होता है।इस बात को लेकर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी अधिकारियों की फटकार लगा चुकी है। हरदोई जनपद में लगभग 78 लाख पौधे लगाए गए थे इन पौधों के लगने के बाद एक से दो बार बारिश हुई लेकिन बीते काफी दिनों से बारिश न होने के चलते इन पौधों पर खतरा मंडराने लगा है।पौधों के लिए बारिश काफी लाभदायक रहती है। बारिश होने से पौधों को अच्छा पोषण प्राप्त होता है लेकिन पौधारोपण के बाद जिम्मेदारों की अनदेखी और बारिश न होने से पौधे मुरझाने लगे हैं। हरदोई जनपद में ग्राम विकास विभाग उद्यान विभाग पंचायती राज विभाग राजस्व विभाग औद्योगिक विकास विभाग नगर विकास विभाग लोक निर्माण विभाग कृषि विभाग पशुपालन विभाग सहकारिता विभाग समिति कई अन्य विभागों ने पौधारोपण किया है।हरदोई के डीएफओ शशिकांत अमरीश ने बताया कि वन विभाग के सातों रेंज के तहत जो पौधे लगाए गए हैं उनकी देखरेख की जा रही है बारिश के मौसम में अगर पौधों को नियमित बारिश का पानी मिल जाए तो पौधों की ग्रोथ बहुत अच्छी हो जाएगी अन्य विभागों की ओर से लगाए गए पौधों की देखरेख उन्हीं की ओर से की जाती है।