अधिक से अधिक दिव्यांग छात्र-छात्राओं का पंजीकरण कराकर एवं उपकरण प्रदान कर उन्हें लाभान्वित कराना सुनिश्चित करायें जाने को लेकर निर्देशित किया हैं।जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने अवगत कराया है कि राज्य परियोजना समग्र शिक्षा के अन्तर्गत जनपद के विद्यालयों में कक्षा 01 से 08 तक के पंजीकृत दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण एवं उपकरण/उपस्कर मापक कैम्प वितरण का आयोजन प्रत्येक बीआरसी केन्दों पर किया जायेगा।
उन्होने बताया है कि बीआरसी सण्डीला में 19 सितम्बर को दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण प्रातः 10 से अपरान्ह 04 बजे तक किया जायेगा और 28 नवम्बर 2024 को चिहिंत दिव्यांग बच्चों को उपकरण वितरण शिविर आयोजित किया जायेगा और यहां संडीला, कछौना, कोथावचां, भरावन, बेंहदर, नगर पालिका क्षेत्र संडीला के दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण एवं उपकरण वितरित किये जोयगें। इसी तरह बीआरसी शाहाबाद में 20 सितम्बर को चिन्हीकरण कैम्प का आयोजन होगा और 29 नवम्बर 2024 को उपकरण वितरण किया जायेगा, यहां शाहाबाद, भरखनी, टोडरपुर, पिहानी व नगर पालिका क्षेत्र शाहाबाद एवं पिहानी विद्यालयों के बच्चों का चिन्हीकरण किया जायेगा तथा संविलियन विद्यालय हरदेव गंज नगर, हरदोई में 21 सितम्बर को बच्चों का चिन्हीकरण कैम्प भी प्रातः 10 से अपरान्ह 04 बजे तक लगाया जायेगा और 30 नवम्बर 2024 को चिहिन्त दिव्यांग बच्चों को उपकरण वितरत किये जायेगें और यहां माधौगंज, मल्लावां, बिलग्राम, सुरस, बावन, हरियावां, टड़ियावां, अहिरोरी, साण्डी हरपालपुर व नगर क्षेत्र हरदोई के विद्यालयों में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण किया जायेगा।
कैम्प लगाकर प्रचार प्रसार के निर्देश
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये है कि बीआरसी कार्यालयों पर आयोजित होने वाले दिव्यांग बच्चों के चिन्हीकरण एवं उपकरण वितरण शिविर का प्रचार व्यापक स्तर पर आरबीएसके, एएनएम तथा आशाओं के माध्यम से ब्लाक, ग्राम पंचायतों तथा नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में करायें। उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक, समस्त एसडीएम, जिला दिव्यांगज सशक्तीकरण अधिकारी, सभी बीडीओ एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये है कि अपने-अपने क्षेत्रों में अपने अधीनस्थों के माध्यम से कैम्पों का प्रचार प्रसार करायें और शिविरों में अधिक से अधिक दिव्यांग छात्र-छात्राओं का पंजीकरण कराकर उपकरण प्रदान कर लाभान्वित कराना सुनिश्चित करायें। डीएम ने कहा है कि इस कार्य को अति महत्वपूर्ण, समयबद्व तथा दिव्यांगजन हित से संबंधित है, इसलिए इसे प्राथमिकता पर करायें।