शाहाबाद हरदोई। शाहाबाद ब्लॉक में भ्रष्टाचार का बोलबाला किस कदर है इसका स्पष्ट प्रमाण है ग्राम पंचायत सेक्रेटरी और वर्तमान प्रधान के ऊपर लिखा गया सरकारी धन के दुरूपयोग करने का मुकदमा। ग्राम पंचायत सेक्रेटरी और प्रधान ने 18 मार्च 2024 को बिना नाली निर्माण का कार्य कराए हुए सरकारी धन खाते से आहरित कर लिया। यह खबर जब मीडिया में सुर्खियां बनी तो जांच सही पाये जाने के बाद पंचायत सेक्रेटरी और प्रधान के खिलाफ एडीओ पंचायत द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद ब्लाक अधिकारियों में उथल-पुथल मची हुई है। एक दैनिक समाचार पत्र ने 29 जून के अंक में खबर का प्रकाशन किया था। इस खबर प्रकाशन के बाद ब्लॉक मुख्यालय पर अफरातफरी मच गई । नवागत मुख्य विकास अधिकारी ने इसे संज्ञान में लिया और शाहाबाद खंड विकास अधिकारी को जांच करने के आदेश दिए। खंड विकास अधिकारी ने जांच में सही पाया के उक्त स्थान श्रवण कुमार के मकान से अलेला पुलिया तक नाली का निर्माण कार्य नहीं किया गया। और इस नाली निर्माण के नाम पर 40,083 रुपए की निर्माण सामग्री 17, 250 मिस्त्री और 11,700 मजदूरी सहित 69,033 का पेमेंट तत्कालीन ग्राम पंचायत सेक्रेटरी पवन कुमार वर्मा तथा प्रधान दयाशंकर द्वारा ले लिया गया। जांच रिपोर्ट के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी को मुख्य विकास अधिकारी ने कार्रवाई के लिए प्रेषित किया। जिला पंचायत राज अधिकारी में खंड विकास अधिकारी शाहाबाद को निर्देशित किया।
शाहाबाद खंड विकास अधिकारी के निर्देश पर एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह तोमर ने तत्कालीन पंचायत सेक्रेटरी पवन कुमार वर्मा तथा ग्राम प्रधान दयाशंकर के खिलाफ धारा 420/ 409 के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कराया।
15 माह बाद शुरू किया निर्माण कार्य
जिस नाली निर्माण के नाम पर 18 मार्च 2024 को 69,033 रुपया निकाला गया। खबर प्रकाशन के बाद उस नाली निर्माण का कार्य 15 माह बाद 30 जून 2025 निर्माण कार्य तेजी के साथ शुरू किया गया। जिससे स्पष्ट होता है इस ग्राम पंचायत में प्रधान और तत्कालीन पंचायत सेक्रेटरी ने मिलकर विकास योजनाओं को पूरी तरह से मटियामेट कर दिया।