हरदोई
लगातार ट्रेनों में हो रहे हादसों को लेकर रेल यात्रियों में भया बना हुआ है। इसीलिए जरा ट्रेन में होने वाली असामान्य गतिविधि होते ही यात्रियों में हड़कंप मच जाता है।ऐसा ही कुछ रविवार सुबह देखने को मिला जब बरेली से हरदोई आ रही गंगा सतलुज एक्सप्रेस में अचानक दुर्गंध उठने से हड़कंप मच गया। बरेली से अपने निर्धारित समय से 8 मिनट की देरी से चली गंगा सतलुज एक्सप्रेस जैसे ही रसुईया पीतांबरपुर रेलवे स्टेशन के बीच पहुंची की ट्रेन में अचानक हड़कंप मच गया। ट्रेन के स्लीपर व जनरल कोच में सवार यात्री उतरकर अप लाइन पर खड़े हो गए। ट्रेन में मचे हड़कंप से कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता था। हालांकि अप लाइन पर कोई भी ट्रेन इस दौरान नहीं आई। मामले की जानकारी जैसे ही रेल अधिकारियों को लगी उनके द्वारा ट्रेन में फैली अफवाह की जांच की गई तो पाया कि ब्रेक बाइंडिंग होने के चलते दुर्गंध उठी थी जिसको यात्रियों ने आग लगा समझ लिया और चेन पुलिंग कर ट्रेन से उतरने लगे थे।मेन ट्रैक पर लगभग आधा घंटा तक गंगा सतलुज एक्सप्रेस खड़ी रही जिसके चलते पीछे से आ रही कई ट्रेनें प्रभावित हो गई। रेल अधिकारियों ने गंगा सतलुज एक्सप्रेस की जांच के बाद ट्रेन को आगे रवाना कर दिया।
हरदोई में दिखा असर
रसुईया पितांबरपुर रेलवे स्टेशन के बीच डाउन ट्रैक की मेन लाइन पर गंगा सतलुज एक्सप्रेस में अफवाह फैलने के बाद हुई चेन पुलिंग के चलते ट्रेन लगभग 30 मिनट तक खड़ी रही। एक तो पहले ही बाढ़ में ट्रेनों के पहियों की गति को प्रभावित कर रखा है वहीं अचानक फैली अफवाह ने ट्रेनों को और प्रभावित कर दिया।गंगा सतलुज एक्सप्रेस का हरदोई रेलवे स्टेशन पर पहुंचने का समय सुबह के 7:40 मिनट पर आने का है। रास्ते में फैली अफवाह के चलते यह ट्रेन अपने निर्धारित समय से 58 मिनट की देरी के साथ सुबह 8:44 पर हरदोई रेलवे स्टेशन पहुँची। अवध आसाम एक्सप्रेस में आग लगने की फैली अफवाह ने पीछे से आ रही 13006 अमृतसर से चलकर हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल को प्रभावित कर दिया यह ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह के 8:24 से 44 मिनट की देरी से हरदोई रेलवे स्टेशन पहुँची, चंडीगढ़ से चलकर लखनऊ जाने वाली 15012 सहारनपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय सुबह के 6:56 मिनट से पहले ही 1 घंटे की देरी से चल रही थी यह ट्रेन हरदोई रेलवे स्टेशन पर 1 घंटा 57 मिनट की देरी से सुबह 8:53 पर पहुँची।ट्रेनों के विलंब से पहुँचने पर यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।