जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी हरदोई द्वारा हरदोई कांग्रेस कार्यालय पर जिला पंचायत हरदोई में व्याप्त भृष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं।जिलाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह सोमवंशी ने कहा कि स्थानांतरण नियमावली के विपरीत जिला पंचायत हरदोई में वर्षों से जमे अधिकारीयों एवं कर्मचारियों द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमिततायें की जा रही हैं और निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। राज्य वित्त आयोग एवं 15 वित्त आयोग की धनराशि शासन द्वारा निर्धारित नियमों शर्तों एवं प्रतिबंधों का अधीन व्यय नहीं की जा रही है। जिला पंचायत द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में हाई मास्क लाइटों, सोलर लाइटों, एलईडी लाइटों एवं पेयजल सुविधाओं पर व्यय की गई धनराशि में जमकर अनियमितता की गई है। इन वित्तीय अनियमितताओं के संदर्भ में पंचायती राज समिति उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा जांच प्रचलित है। जिसे जिलाधिकारी हरदोई द्वारा लंबित रखा गया है ।इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश शासन के अनुसचिव द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 2022-23 एवं 2023-24 की सूचनाओं भी मार्च 2024 में मांगी गई थी जिसका तीन कार्य दिवस में उत्तर भी देना था जो नहीं दिया गया ।इतना ही नहीं पंचायती राज मंत्री द्वारा भी सोलर लाइटों, हाई मास्क लाइटों, एलइडी लाइट में ई-टेंडरिंग संबंधी सूचनाओं तथा भौतिक/ वित्तीय सत्यापन का विवरण मांगा गया था जिसका कोई भी उत्तर नहीं भेजा गया है।
20 करोड़ की पानी की टंकी का कार्य कराकर भ्रष्टाचार किया गया
शासन द्वारा स्पष्ट रूप से मना किए जाने के बावजूद भी अपर मुख्य अधिकारी द्वारा अपनी मर्जी से लगभग 20 करोड़ की पानी की टंकी (सोलर वाटर पंप )का कार्य कराकर भ्रष्टाचार किया गया।सोलर लाइटों एवं हाई मास्क लाइटों तथा आर ओ प्लांट स्थापित किए जाने का कार्य सौर ऊर्जा विभाग के शासनादेश के अनुसार यूपीनेडा से कराए जाने का प्रावधान है, परंतु अपर मुख्य अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध लगभग 32 करोड़ की सोलर लाइटों एवं हाई मास्क लाइटों तथा लगभग 8 करोड़ के आ रो प्लांट जिला पंचायत में प्राप्त अनुदान से स्थापित कर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।
शासन से राज्य वित्त आयोग एवं 15 में वित्त आयोग की प्राप्त धनराशि से कराए गए कार्यों में सामूहिक रूप से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में एलईडी लाइट स्थापित किए जाने हेतु लगभग 5.50 करोड़ की एक मुश्त धनराशि के जैम पोर्टल पर टेंडर आमंत्रित कर लाइटें स्थापित कराई गई।परंतु उनकी शासन स्तर से तकनीकी स्वीकृत प्राप्त नहीं की गई है ।जबकि 25 लाख से अधिक की धनराशि का कार्य कराया जाने हेतु शासन से तकनीकी स्वीकृत अनिवार्य रूप से प्राप्त किए जाने का प्रावधान है। जो एलईडी लाइटे स्थापित कराई गई वह घटिया किस्म की है एवं कम तादात में लाइटें स्थापित कराकर तथा बिना तकनीकी स्वीकृत प्राप्त किये ही समस्त भुगतान कर भ्रष्टाचार किया गया है।
इसी प्रकार सवाजपुर के मोहल्ला सिंह नगर में नाला निर्माण एवं विकासखंड पिहानी में हरदोई पिहानी मार्ग पर शाहाबाद तिराहे से भैंसटा नाला तक कराए गए निर्माण कार्य में घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग कर मानक की विपरीत गुणवत्ता विहीन कार्य कराकर जमकर भ्रष्टाचार किया गया।
स्थानांतरण नीति के तहत एक ही जिले में 3 वर्ष अधिक समय से जमे अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण अन्यत्र होना चाहिए परंतु चार वर्ष से अधिक जिला पंचायत हरदोई में कार्यरत अपर मुख्य अधिकारी का स्थानांतरण शासन द्वारा आज तक नहीं किया गया। जबकि इसी संदर्भ में मेरे द्वारा चुनाव के दौरान अपर मुख्य अधिकारी के स्थानांतरण की मुख्य निर्वाचन आयुक्त नई दिल्ली ,राज्य निर्वाचन आयुक्त लखनऊ एवं जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी हरदोई को पत्र भी दिए गए। इसके साथ ही 11 वर्षों से जिला पंचायत हरदोई में जमें लेखाकार का स्थानांतरण उत्तर प्रदेश शासन के पंचायती राज अनुभाग-2 के शासनादेश संख्या- 1505/ 33-2-2023 दिनांकित 28 जून 2023 के द्वारा जिला पंचायत मुजफ्फरनगर हो जाने के बावजूद अपर मुख्य अधिकारी द्वारा आज तक इनको कार्य मुक्त नहीं किया गया है।