हरदोई
हाल में ही प्रदेश हुई बारिश के बाद एक बार फिर नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदियों के जलस्तर बढ़ने से बांधों पर खतरा मंडराने लगा है। इसके चलते समय पर पानी को नदियों में छोड़ा जा रहा है। बारिश ने एक बार फिर हरदोई में बाढ़ के हालात उत्पन्न कर दिए हैं। निचले इलाकों में कई जगह बाढ़ की स्थिति बन गई है।किसानो की फसल जल मग्न हो गई है। किसानों को एक बार फिर अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थान पर आकर अपनी गुजर बसर करनी पढ़ रही है। कुछ दिन पर सांसद जयप्रकाश रावत ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया था और जिम्मेदारों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। हरदोई जनपद के कई विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां बाढ़ का असर ग्रामीण लोगों के जीवन पर देखने को मिलता है। शाहाबाद विकासखंड के उमरिया गांव में बाढ़ के हालातो का निरीक्षण करने उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी पहुंची थी ।रजनी तिवारी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का गहनता से निरीक्षण किया और बाढ़ से प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई। रजनी तिवारी ने ग्रामीणों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके साथ ही रजनी तिवारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग से लेकर नहर विभाग व अन्य अधिकारियों को बाढ़ का पानी कम होने के बाद ग्रामीणों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने व समय-समय पर ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण को करने के निर्देश दिए। रजनी तिवारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों को किसी भी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी।अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
किसानो की फसल हुई जलमग्न
शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं जहां हाल में ही बारिश ने एक बार फिर तबाही मचाई है।बारिश के चलते छोड़े गए गंगा बैराज से नदियों का जलस्तर फिर बढ़ गया। नदियों का जलस्तर बढ़ते ही शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र से होकर जाने वाली नदियां उफान पर आ गई और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। ग्रामीण अभी जुलाई में आई बाढ़ से उबरे नहीं थे कि सितंबर महीने में बाढ़ ने किसानों का काफी नुकसान कर दिया। किसानों द्वारा मेहनत कर उगाई गए फसल एक बार फिर बाढ़ में चौपट हो गई।किसानो की समस्या की जानकारी लगते ही उसका निरीक्षण करने पहुँची शाहाबाद से विधायिका व प्रदेश में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने किसानो की समस्याओं को सुना और शीघ्र उनका निस्तारण करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए। रजनी तिवारी ने कहा कि अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर किसानो की मदद करना और उनकी समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए गए हैं।