हरदोई। तेरे दर से कोई सवाली खाली न गया, झोलियां भर गईं उसकी कोई खाली न गया। मां मंगला देवी मंदिर में यही प्रचलित है कि इस दर पर जो सवाली आया मां ने उसके निराश नहीं किया। उसकी मनोकामना पूरी अवश्य हुई।
हरदोई जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर सांडी कस्बे में लगभग 500 वर्ष पुराने मां मंगला देवी मंदिर में जिले के ही नहीं बल्कि आसपास जनपदों के भी श्रद्धालु आते हैं। शादी, मुंडन आदि संस्कार की मनौती यहां की जाती हैं। पहले तो यहां कंकड़ पत्थर पर ही मां की आराधना की जाती थी पर लगभग दो सौ वर्ष पूर्व क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने मां की भव्य मूर्ति स्थापित करा दी थी। नवरात्र में यहां पर बाकायदा उत्सव का आयोजन किया जाता है। मंदिर तक जाने वाले मार्ग पर सजावट के साथ रोशनी की व्यवस्था की जाती है।
मंदिर के पुजारी गौरव तिवारी का कहना है कि मां अपने सभी भक्तों पर कृपा करतीं हैं। इस मंदिर में वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है लेकिन नवरात्र के पर्व पर विशेष से पूजन होने के कारण श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। अष्टमी को हवन किया जाता है। नवरात्र में कन्या भोज का भी आयोजन किया जाता है।मंदिर के व्यवस्थापक कमेटी अध्यक्ष दिनेश चन्द्र गुप्ता पूर्व चैयरमैन का कहना है कि मंदिर में प्रतिदिन पूजन की व्यवस्था की जाती है। नवरात्र में मां की विशेष आराधना की जाती है। बताया कि मां की कृपा सभी भक्तों पर रहती हैं। इसलिए मान्यता है कि इस दर पर जिसने भी माथा टेक लिया मां उसकी मनौती अवश्य पूरी करतीं हैं। मंदिर के बाहर फूल एवं प्रसाद की दुकानों की व्यवस्था भी कराई जाती है।

