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आपातकाल एक काला धब्बा,देश कभी कांग्रेस को माफ नहीं करेगा: असीम अरुण

आपातकाल एक काला धब्बा,देश कभी कांग्रेस को माफ नहीं करेगा: असीम अरुण

प्रभारी मंत्री ने आपातकाल पर प्रदर्शनी का उद्घाटन कर एक पेड़ मां के नाम रोपित किया

हरदोई। नगर के श्रीशचंद्र बारातघर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित आपातकाल की 50 साल होने पर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में 25 जून 1975 को देश को एक ऐसे काले कानून के तहत बंधक बना लिया गया था, जिसमें संविधान प्रदत्त सभी अधिकारों को छीन सिर्फ सांस लेने के लिए छोड़ा गया। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों के भारत को रौंदने का कार्य किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण, विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय महामंत्री नीरज वर्मा, जिला प्रभारी शंकर लाल लोधी का स्वागत जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने किया।  कार्यक्रम का संचालन अर्जुन सिंह चंदेल ने किया।

संगोष्ठी के पूर्व शहीद उद्यान में प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने आपातकाल पर प्रदर्शनी का उद्घाटन कर एक पेड़ मां के नाम रोपित किया। कार्यक्रम में मंत्री असीम अरुण ने कहा कि भारत के इतिहास में  आपातकाल एक बहुत बड़ी राजनीतिक घटना घटी। 1975 में लगाया गया कला कानून, उसकी गलतियों को उसके अत्याचार को याद करने के लिए और दोबारा ऐसा कभी ना हो जाए इसके लिए ऐसे कार्यक्रमों को करने की आवश्यकता हुई। इस दिन को याद कर, हमें आत्ममंथन करना चाहिए कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमें क्या क्या कदम और उठाने चाहिए कि भविष्य में दोबारा कोई राजनैतिक दल भूलकर भी ऐसा न कर पाए। 

मंत्री असीम अरुण ने कार्यक्रम में सम्मानित लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिवारों का धन्यवाद किया। कहा कि लोकतंत्र सेनानियों का आपातकाल को खत्म करवाने और कांग्रेस सरकार को घुटने पर लाने का महत्वपूर्ण योगदान था। कहा कि आज पीड़ा की स्मृति का दिन है, कांग्रेस के जो अत्याचार की गाथा है उसकी गोल्डन जुबली लोकतंत्र सेनानियों के साथ मनाई जा रही है। कहा कि राहुल गांधी को प्रियंका गांधी को पूरे देश से कांग्रेस की तरफ से माफी मांगनी चाहिए कि उनकी पार्टी ने इतना गलत काम किया। देश पर कलंक के लगाया। आजादी के बाद से हमारे देश में सबसे बड़ा गिरावट सबसे बड़ा गड्ढा अगर याद करें किस वजह से हुआ, वह 1975 में लगा आपातकाल था। जिसकी सफाई कांग्रेस सरकार ने दस्तावेज में यह बताई कि देश में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने वाली थी, देश की अर्थव्यवस्था चौपट होने वाली थी और इसको बचाने के लिए हमें आपातकाल लगाने की जरूरत पड़ी। यह सफेद झूठ कागजों में कांग्रेस ने लिखा और उन्होंने सोचा कि लोग इस पर विश्वास कर लेंगे।

क्षेत्रीय महामंत्री नीरज वर्मा ने कहा कि 1971 में   लोकसभा का चुनाव इंदिरा गांधी ने जीता। राज नारायण ने एक याचिका दायर की और हाई कोर्ट से उसमें जीते भी आरोपी था कि इंदिरा गांधी ने चुनाव के दौरान सरकारी संपत्ति सरकारी वाहन सरकारी अधिकारियों का दुरुपयोग किया और यह फैक्ट है। सरकारी अधिकारी चुनाव का पूरा प्रबंध संभाल रहे थे। सरकार की जीत के लिए सरकार की गाड़ियां प्रचार कर रही थी उनके सबके फोटो मिल गए और उसके आधार पर हाई कोर्ट में आदेश किया कि यह चुनाव गलत है और उनके चुनाव को रद्द कर दिया। गांधी अब चुनाव नहीं लड़ सकती। इस आदेश से बौखलाई इंदिरा गांधी लोकसभा भंग कर आपातकाल लगाया। उनके इस निर्णय का को प्रतिकार न करें इसके लिए अखबार पर पहरा बिठा दिया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे अनेक संगठनों की सामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाकर उन्हें अवैध घोषित कर दिया गया। नेताओं बुद्धिजीवियों को किया गया। आज भी लोकतंत्र सेनानियों की आपबीती सुनकर  रोंगटे खड़े हो जाते है। कांग्रेस पार्टी दोहरे चरित्र की पार्टी है। अपने काले कारनामों को छुपाने के लिए वह किसी भी हद को पार कर सकती है। संविधान बचाओ का नारा उसी षडयंत्र की बानगी थी, जिसमें देश की जनता भटक गई थी, पर उस गलती को समझ जनता ने अंत प्रदेशों के चुनाव में कांग्रेस की मिट्टी पलीत कर दी।

जिला प्रभारी शंकर लाल लोधी ने कहा कि हम लोकतंत्र सेनानियों का नमन करते हैं। जिनके साहस के आगे लोकतंत्र को कुचलने वाली कांग्रेस पार्टी को घुटने टेकने पड़े। 21 महीने का आपातकाल में कांग्रेस ने देश की आत्म को नोचने का कार्य किया। कांग्रेस को मजबूर होकर के चुनाव की घोषणा करनी पड़ी। उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी आलाकमान के आगे प्रश्न खड़ा किया कि राहुल गांधी की दादी ने अखिलेश यादव के पिता को  इमरजेंसी के दौरान 19 महीने जेल में रखा और आज दोनों लोग संविधान की दुहाई देते साथ हुए घूम रहे हैं कि संविधान की रक्षा करो।  

आपातकाल पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने देश के ग्रन्थ संविधान को पॉकेट बुक बना दिया। कभी बैठ कर पढ़ा नहीं होगा लेकिन पॉकेट बुक के रूप में उसको लेकर घूम रहे हैं। यह कार्यक्रम इसलिए आयोजित किया गया ताकि मौजूदा पीढ़ी कांग्रेस की दोहरे चरित्र को समझ सकें। आपातकाल से जो सबक हमको लेना है, हमें अपनी संवैधानिक व्यवस्था को बहुत सशक्त बना कर रखना है। भाजपा का संगठन और पीएम मोदी इसी मिशन के लिए लगे हुए है। भाजपा सरकार बाबा साहब अंबेडकर के सपनों का भारत बनाने के लिए संकल्पित है और उसके लिए हर पल मिशन मोड पर कार्य कर रही है।

कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी देव नारायण तिवारी, अरुण कुमार, फूल सिंह यादव, रामकली, रामबक्श, रामकृष्ण राठौर, टीकाराम, महदेई, रमई, शिवचरण, अरुण कुमार बिटोली सहित बयालीस लोगों को सम्मानित किया गया।

गोष्टी के बाद प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे पूर्व जिला अध्यक्ष विद्याराम वर्मा राम बहादुर सिंह राजीव रंजन, पूर्व जिला उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक अजय अवस्थी, जिला उपाध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री, अभियान संयोजक संदीप सिंह, प्रीतेश दीक्षित, संजय सिंह, जिला महामंत्री अनुराग मिश्र, सत्येंद्र राजपूत जिला मंत्री अविनाश पांडे, नीतू चंद्रा, रामनंदिनी, जिला मीडिया प्रभारी गांगेश पाठक, कार्यालय मंत्री अतुल सिंह, सह मीडिया प्रभारी सत्यम शुक्ल , परेश गुप्ता, सोशल मीडिया संयोजक प्रद्युम्न मिश्रा, महिलामोर्चा अध्यक्ष अलका गुप्ता, शिक्षक प्रकोष्ठ संयोजक अनुराग मिश्र, मुकुल सिंह, अनुराग श्रीवास्तव वेंकटेश्वर पांडे  नगर अध्यक्ष मुदित वाजपेई पूर्व नगर अध्यक्ष अजीत उपाध्याय सनी दीक्षित ऋषभ त्रिपाठी आदेश शुक्ला आदि।

सुधांशु मिश्र

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