रिपोर्ट – पी०डी० गुप्ता
हरदोई के कछौना क्षेत्र में दर्जनों ग्रामों में अवैध मिट्टी खनन धड़ल्ले से हो रहा है लेकिन जिम्मेदार आंख बंद किये बैठे हैं।
इन दिनों लखनऊ पलिया हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें पीएमसी कंपनी ठेकेदारों से मिट्टी का कार्य करा रही है। यह ठेकेदार मानकों को तक पर रखकर मिट्टी खनन का कार्य कर रहे हैं। इन्हें पुलिस प्रशासन, राजस्व, खनन विभाग का संरक्षण प्राप्त है। खनन माफियाओं ने गांव को जोड़ने वाली संपर्क मार्गों को ध्वस्त कर दिया है। प्रशासन के संरक्षण के चलते इनके हौसले बुलंद हैं।पीएनसी निर्माण कंपनी मानकों को दरकिनार करके भारीभरकम अवैध खनन करके ओवरलोडिंग डंपरों के आवागमन से चंद दिनों में सड़के ध्वस्त हो जाती हैं।
सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं। कृषि योग्य उपजाऊ जमीन व तालाबों को मानकों से ज्यादा गहरे गड्ढे खोद रहे हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश है कि तालाबों के स्वरूप में परिवर्तन नहीं होना चाहिए। एनजीटी मानकों को ताक पर रखकर कार्य कर रहे हैं। तीन फीट से ज्यादा कार्य करके गड्डा खोद कर मिट्टी निकाल रहे हैं। मानसून आने वाला है। बारिश के मौसम में पानी भरने से गहरे गड्ढों में दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ गई है। आए दिन बड़े हादसों को दावत देंगे, पूर्व में इन गहरे गड्डों में कई मासूमों की डूबने से मृत्यु हो चुकी है। आसपास के किसान खेतों में जाने से भयभीत नजर आ रहे हैं। कछौना क्षेत्र में ग्राम सैदूपुर, हरदासपुर, लोन्हारा, हथौड़ा, कटियामऊ, बघुआमऊ, टिकारी, पतसेनी देहात, गौसगंज, बेरुआ आदि से बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन स्थानीय ईंट भट्ठों व औद्योगिक क्षेत्र में मिट्टी जा रही है। यह लोग सार्वजनिक भूमि तक को नहीं छोड़ते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता अभिषेक पटेल ने पूरे मामले की शिकायत उच्च अधिकारी एनजीटी से की है। स्थानीय स्तर पर पुलिस, राजस्व, खनन विभाग के संरक्षण के कारण खनन माफिया के हौसले बुलंद है। जिसका खामियाजा आमजन मानस को उठाना पड़ रहा है। सार्वजनिक संपत्ति सड़क खराब हो रहे हैं।