हरदोई
मुरादाबाद मंडल के अंतर्गत एक बार फिर अराजकतत्वों ने भारतीय रेल को अपना निशाना बनाया है।अराजकतत्वों द्वारा एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का तने को रखकर ट्रेन को डिरेल करने की बड़ी साजिश रची। हालांकि लोको पायलट की सूझबूझ और सतर्कता के चलते बड़ा हादसा होने से बाल बाल बच गया।अराजकतत्वों के द्वारा हादसे को अंजाम देने के लिए रेलवे ट्रैक पर रखे गए लकड़ी के सूखे तने को कपड़े से भी ढक दिया जिससे कि ट्रैक पर रखे लकड़ी के गुटके लोको पायलट को नजर ना आए। बुधवार की देर रात दिलावर नगर रहीमाबाद के मध्य किलोमीटर संख्या 1109/01-03 के पास सूखे पेड़ के तने से टकरा गई। देर रात 05577 सहरसा आनंद आनंद विहार गरीब रथ स्पेशल दिलावर नगर रेलवे स्टेशन से लगभग 2:00 बजे निकली थी कि तभी लोको पायलट को आभास हुआ की रेलवे ट्रैक पर पेड़ का तना पड़ा हुआ है जिसको ध्यान में रखते हुए लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक को लगाया। ट्रेन के ब्रेक लगाने पर ट्रेन रहीमाबाद पॉइंट को जाम करके खड़ी हो गई। लोको पायलट द्वारा ट्रेन के इंजन की जांच की तो इंजन को सही पाया।लोको पायलट द्वारा मामले की जानकारी स्टेशन मास्टर रहीमाबाद के साथ दिलावर नगर स्टेशन मास्टर और मंडल के उच्च अधिकारियों को दी जिसके बाद दिलावर नगर स्टेशन मास्टर द्वारा वॉकी टॉकी के माध्यम से पीछे से आ रही 15127 वाराणसी नई दिल्ली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के लोको पायलट को दी। स्टेशन मास्टर द्वारा लोको पायलट का अवगत कराया गया कि दिलावर नगर व होम के मध्य ट्रैक पर पेड़ की तना पड़े होने के संभावना है। लोको पायलट में डिस्ट्रिक्ट होम के मध्य किलोमीटर संख्या 1109/9-11 के मध्य पेड़ का तना टहनियां के साथ ट्रैक के ऊपर रख पाया व उसके ऊपर कपड़ा रखा हुआ था। इसके बाद लोको पायलट द्वारा उच्च अधिकारियों को वीडियो बनाकर जानकारी दी गई।
छह इंच का ट्रैक पर मिला लकड़ी का तना
कंट्रोल से सूचना मिलने पर मौके पर संडिला से अधिकारी व आरपीएफ समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।अधिकारियों ने घटनास्थल की जांच की तो पाया कि 05577 सहरसा आनंद विहार गरीब रथ स्पेशल जिसकी टक्कर लकड़ी के तने से हुई थी और लोको पायलट ने जांच कर अधिकारियों को सूचना दी थी।जांच के दौरान पाया गया की 15127 वाराणसी नई दिल्ली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस जिसको स्टेशन मास्टर दिलावर नगर द्वारा सूचना दी गई थी कि होम डिस्ट्रिक्ट और रहीमाबाद के पास लकड़ी का तना की सूचना मिली है। इसके बाद काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के ड्राइवर द्वारा रेलवे ट्रैक पर कपड़े से ढके लकड़ी के तने को देखा और अधिकारियों को वीडियो बनाकर सूचना दी और ट्रैक से लकड़ी के तने को हटाकर ट्रैक को क्लियर किया। रेल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर 6 इंच व्यास की लकड़ी का तना सूखा व ढाई फीट लंबा रखा हुआ था। रेलवे ट्रैक पर रखे गए तने पर ढाई ढाई फीट की हरी डालिया पड़ी हुई थी। जांच में रेल अधिकारियों ने पाया कि यह कार्य किसी भारी व्यक्ति द्वारा किया गया है। ट्रैक पर लकड़ी का सुख तना एवं डाली रखने से रेल यातायात बाधित हुआ। रेल अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का तना व डालिया रखे होने से 05577 गरीब रथ स्पेशल और काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस बाधित हुई। इसके अतिरिक्त कोई भी अन्य ट्रेन बाधित नहीं हुई है।मामले में अभियोग पंजीकृत कर जांच की जा रही है।जल्द ही रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का तना रखने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।