लखनऊ। अपनादल एस का स्थापना दिवस पहली बार अयोध्या में मनाया गया जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल मौजूद रहीं।
अपनादल एस की ख्वाहिश एनडीए में अपनी भागीदारी बढ़ाने की है। यूपी में अपना दल एस की विधायक संख्या के मुताबिक तीसरे बड़े दल की है। पार्टी शक्ति संतुलन के मामले में यूपी की राजनीति में भाजपा और सपा के बाद तीसरे नंबर पर और बसपा व कांग्रेस से आगे है। कुर्मी वोट बैंक के सहारे लोकसभा की दो से अधिक सीटों पर दावेदार के रूप में दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल की नजर है। अनुप्रिया ने इस दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं।एनडीए के मुख घटक भाजपा को संदेश देने के साथ महत्वाकांक्षा को जमीन पर उतारने के लिए उन्होंने उसी सरजमीं का चयन किया जो भाजपा के लिए सत्ता की धुरी रही है। अनुप्रिया पार्टी के स्थापना दिवस का मुख्य समारोह पहली बार अयोध्या में हुआ हैं। इस आयोजन के माध्यम से मकसद ताकत प्रदर्शन है। प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को इसमें शामिल होने का निर्देश दिया गया था। अयोध्या मंडल के पांचों जिलों के कार्यकर्ताओं को भी बुलाया गया।अपना दल के लोग कहते हैं कि अपना दल एस प्रदेश में तीसरा सबसे बड़ी दल है। उनके पास बसपा और कांग्रेस से ज्यादा विधायक हैं। सांसदों के लिहाज से 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया था। यूपी में अपना दल एस के दो सांसद, 13 विधायक, एक एमएलसी, एक जिला पंचायत अध्यक्ष, दो दर्जन से अधिक ब्लाक प्रमुख और 50 से ज्यादा की संख्या में निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य हैं। अयोध्या में भी अपना दल एस खुद को मजबूत मानता है। यहां उसके सहयोग से गोसाईंगंज सीट पर बाहुबली इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी विधायक चुने गए थे। गोसाईंगज के साथ बीकापुर व अयोध्या विधानसभा सीट पर कुर्मी मतदाता प्रभावी भूमिका निभाते हैं। यदि पूरे जिले की बात करें तो कुर्मी मतदाताओं की संख्या करीब सात फीसदी है जो निर्णायक भूमिका निभाती है।