लखनऊ। राजधानी लखनऊ में एक उच्च अफसर की बेटी से गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। लड़की को तीन लड़कों ने अगवा किया। 1 घंटे तक शहर में कार से घुमाते रहे। जबरन शराब पिलाई और चलती कार में गैंगरेप किया। इसके बाद फैजाबाद हाईवे पर एक ढाबा में ले जाकर गैंगरेप किया। फिर फैजाबाद रोड के पॉलिटेक्निक चौराहा पर छोड़ दिया। आरोपियों के पास से पीड़िता का बनाया गया वीडियो भी मिला है। पूरी घटना 5 दिसंबर की है। घबराए हुए परिवार ने 10 दिसंबर को वजीरगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई। लखनऊ पुलिस ने 12 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में एक निजी एंबुलेंस संचालक और दो मेडिकल कॉलेज के पास चाय का ठेला लगाने वाले हैं।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोपियों को सामने लाया गया। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया, मैं लखनऊ के एमिटी यूनिवर्सिटी से पासआउट हूं। मेरा केजीएमयू के मानसिक चिकित्सा विभाग में इलाज चल रहा था। यहां आने-जाने के दौरान, केजीएमयू के बाहर चाय का ठेला लगाने वाले सत्यम से पहचान हो गई। 5 दिसंबर को डॉक्टर को दिखाने के लिए केजीएमयू आई थी। इसके बाद सत्यम की दुकान पर गई। पीड़िता के मुताबिक, मेरा मोबाइल डिस्चार्ज हो गया था। परिवार के लोगों से बात नहीं हो पा रही थी। मैंने यह बात सत्यम को बताई। चूंकि वहां पर कोई मोबाइल चार्जिगं प्वाइंट नहीं था, तो सत्यम ने मुझे बताया कि मेरे परिचित की एंबुलेंस में मोबाइल चार्ज कर लो। सत्यम के कहने पर चाय की दुकान पर बैठे एक लड़के के साथ मैं कुछ दूरी पर खड़ी एंबुलेंस में मोबाइल चार्ज करने के चली गई और मोबाइल चार्ज में लगा कर वापस दुकान पर आ गई। पीड़िता ने बताया, कुछ देर बाद सत्यम से फोन लाने को कहा। इस पर उसने बताया कि एंबुलेंस डालीगंज चली गयी है। वहां जाकर मोबाइल ले आते हैं। पीड़िता के मुताबिक, वो उस वक्त कुछ समझ नहीं सकी और उसके साथ चली गई। डालीगंज पहुंचने के बाद बताया गया कि एंबुलेंस आईटी चौराहे के पास है। इस पर सत्यम के साथ आईटी चौराहा चली गई। वहां पर एंबुलेंस नहीं थी, लेकिन चाय की दुकान पर बैठा युवक मिला। जो एंबुलेंस में फोन चार्जिंग के लिए मेरे साथ एंबुलेंस तक गया था। उसके साथ दो और लड़के भी थे। वहां उन लोगो ने मुझे एक सिल्वर रंग की वैगनार गाड़ी में बैठा लिया। पीड़िता ने बताया, कार में बैठने के बाद मुझे जबरन शराब पिलाने लगे। कुछ खिलाया भी, जिसके बाद मुझे होश नहीं रहा। इतना समझ आया कि कार शहर में चल रही है। इसके बाद वो लोग फैजाबाद रोड की तरफ गए। वहां फिर कुछ नशीला पदार्थ पिलाया। फिर कार में ही गैंगरेप किया। इस दौरान उसके अश्लील वीडियो भी बना लिए। फिर फैजाबाद हाईवे पर एक ढाबा में ले गए, वहां भी गैंगरेप किया। इसके बाद उसको पॉलिटेक्निक चौराहा के पास छोड़कर भाग गए।
डीसीपी राहुल दास ने बताया, पॉलिटेक्निक चौराहा से पीड़िता अपनी सहेली के घर पहुंची। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए तुरंत पुलिस को सूचना नहीं दी गई। 10 दिसंबर की शाम को वजीरगंज थाने में एफआईआर कराई गई। पीड़िता ने सत्यम के बारे में पुलिस को बताया था। सबसे पहले उसी को अरेस्ट किया गया। इसके बाद बाकी आरोपियों को पकड़ा गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीसीपी राहुल दास ने बताया कि विभूतिखंड में रहने वाली पीड़िता की शिकायत पर मडियांव ताड़ीखाना के सत्यम मिश्रा, बाजारखाला शाही खरादखाना के मो. सुहेल और टुडियागंज के मो. असलम को गिरफ्तार किया गया है। सत्यम मिश्र की केजीएमयू के पास चाय की दुकान है। पूछताछ में ये भी सामने आया कि आरोपियों ने पीड़िता से 6 दिसंबर को दोबारा संपर्क करने का प्रयास किया। उसको अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी गई। डीसीपी राहुल राज ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए 12 घंटे में सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है।