हरदोई
हरदोई सदर के फरीदपुर में 71 अपात्रों को प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों ने बड़ा खेल करते हुए कृषि योग्य लगभग 150 बीघा भूमि का आवंटन कर दिया था। जबकि इस भूमि के लिए पात्र लोग दर-दर भटक रहे थे। हरदोई में लगातार प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से सरकारी धन से लेकर सरकारी भूमि का बंदरबाँट होता आ रहा है। इसी बंदरबाट के तहत प्रशासनिक अधिकारियों ने कर्मचारियों की मिली भगत से अपात्रों को पात्र बनाकर कृषि भूमि आवंटित कर दी। इसकी भनक लगते ही जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने मामले की जांच कराई और अपने न्यायालय में पट्टा हुई लगभग 150 बीघा कृषि भूमि को निरस्त कर दिया। इस मामले में जिला अधिकारी की ओर से हरदोई में तैनात रही एसडीएम स्वाति शुक्ला व सदर तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी समेत कुछ अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति की थी। शासन को जिलाधिकारी की ओर से संस्तुति होने के बाद शासन ने हरदोई कि तत्कालीन एसडीएम और वर्तमान में एडीएम फर्रुखाबाद न्यायिक के पद पर कार्यरत स्वाति शुक्ला को निलंबित कर दिया है इसके साथ ही हरदोई सदर के तत्काली के नायब तहसीलदार व वर्तमान में एसडीएम एटा के पद पर कार्यरत प्रतीत त्रिपाठी को भी निलंबित किया है इसके साथ ही कुछ अन्य कर्मचारियों पर भी निलंबन की तलवार लटक रही है। शासन स्तर से हुई इस कार्यवाही से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की ओर से आपात्रों को पात्र बनाकर किए गए पट्टे के मामले में राजस्व निरीक्षक और लेखपाल को पहले ही निलंबित कर दिया था।
2023 में मिली थी पट्टे को स्वीकृति
वर्ष 2022 में सदर के फरीदापुर में 71 अपात्र को कृषि भूमि के पट्टा आवंटित हुए थे और 2023 में इन्हें स्वीकृति भी मिल गई थी।पट्टा पाने वालों में ऐसे बहुत से लोग शामिल हैं जिनके पास मकान और खेत आदि सब कुछ है जो की आपात्रों के मानक में नहीं आते हैं। मामला जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के सामने आने पर इस प्रकरण की सुनवाई जिलाधिकारी न्यायालय में हुई और बीते माह 6 अगस्त को सभी 71 पट्टे जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने खारिज कर दिए साथ ही इस प्रकरण में दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की बात भी कहीं। इस मामले में जिलाधिकारी के सख्त रवैया ने अधिकारियों में हड़कंप मचा दिया था।जिलाधिकारी के सख्त रवैया के चलते स्थानीय स्तर पर कार्रवाई के बाद माना जा रहा था कि प्रशासन स्तर से भी बड़ी कार्यवाही हो सकती है जो कि आखिरकार सोमवार को होती हुई नजर आई। सोमवार को शासन की ओर से हरदोई की तत्कालीन एसडीएम स्वामी शुक्ला व नायब तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया है। दो प्रशासनिक अधिकारियों के निलंबन के बाद प्रदेश के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।प्रदेश के अधिकांश जनपदों में जिम्मेदार सरकारी धन राशि व सरकारी भूमि तक का जमकर दुरुपयोग करते हैं। सरकार की तमाम योजनाओं से पात्र वंचित रह जाते हैं और साँठगाँठ के चलते आपत्रों को राहत मिल जाती है।