शाहाबाद हरदोई। शाहाबाद तहसील क्षेत्र में बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई। हजारों एकड़ की जमीन में लगी धान और गन्ने की फसल चौपट हो गई। तीन दर्जन से अधिक ग्रामों के 2154 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। पहाड़ प्रभावित इलाकों का अपर आयुक्त श्रीधर यादव ने निरीक्षण किया और प्रभावित ग्रामीणों से बातचीत करने के बाद उन्होंने बाढ़ राहत सामग्री के वितरण की हकीकत को भी परखा और स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। पिछले एक सप्ताह से शाहाबाद तहसील क्षेत्र के पछोहा इलाके में गर्रा नदी ने तबाही मचा रखी है। बाढ़ की तबाही से दर्जनों मकान पानी में बह गए। हजारों ग्रामीण अपने-अपने घरों को छोड़कर अपनी जान बचाने के लिए दूसरे स्थान पर भाग गए। परियल, उमरिया कैथानी, उमरिया धानी, कहार कोला, बिरोरी, झोथूपुर , सुहागपुर, परेली, कुरसेली, पहाड़पुर, गढेपुर, बेहटा कोला, पुरवा पिपरिया सहित तीन दर्जन ग्रामों के 2154 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए 7 स्टीमर, 48 नाव लगाई गई हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में तहसील प्रशासन की ओर से 2289 लंच पैकेट अब तक वितरित किए जा चुके हैं। सभी ग्रामों व मजरो में राजस्व निरीक्षक और लेखपालों की ड्यूटी लगा दी गई ताकि राहत और बचाव कार्य में तेजी जा सके। लखनऊ मंडल के अपर आयुक्त श्रीधर यादव ने एडीएम प्रियंका सिंह और एसडीएम सुश्री पूनम भास्कर के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ित ग्रामीणों से बातचीत कर उनका दुख दर्द बांटा। तहसील प्रशासन द्वारा 88 राहत सामग्री की किटें भी वितरित की जा चुकी है। इसके अलावा हिंदू केसरिया वाहिनी तथा अन्य समाज सेवी संगठनों द्वारा बाढ़ पीड़ितों को लंच पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। कुल मिलाकर इस वक्त गर्रा नदी का पानी कम हो रहा है लेकिन बावजूद इसके अभी तीन दर्जन से अधिक ग्रामों के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं जिनके खाने पीने का इंतजाम प्रशासनिक स्तर से किया जा रहा है। एसडीएम सुश्री पूनम भास्कर लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करके राहत कार्यों का जायजा ले रही हैं और पीड़ित ग्राम वासियों से मुलाकात कर उनका दुख दर्द साझा करने की कोशिश कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शाहाबाद सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर प्रवीण दीक्षित के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पीड़ित इलाकों में पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।